WhatsApp Group Join Now
Telegram Group Join Now
Instagram Group Join Now

RBI New Rules For Loan 2024

Rbi New Rules For Loan 2024

RBI के नये लोन नियम : क्या आपका बँक या फायनान्स आप से जादा व्याज ले रहा है ये चार तरीके से ग्राहक ज्यादा व्याज चूका रहे है

RBI New Rules For Loan 2024 आरबीआय ने बँक ओर अन्या द्वितीय संस्था नो द्वारा लोन पर प्याज वसुली के मामले मे अनुचित उदाहरणे के मामलो की पहचान की है क्या आपको भी लोन पर जादा व्यास देना पड रहा है जवाब में आरबीआय ने एक निर्देश जारी किया है जिसमे इन संस्था उसे अपने व्यवहार को सुधारणे और उधार करता हु के साथ उचित व्यवहार सुनील निश्चित करणे का आग्रह किया गया है

यह चार प्रमुख क्षेत्र दिये गये है जहाँ बँक ओर फायनान्स कंपनी जादा व्याज वसूल ते पाए गए है

  • लोन ले ने की तारीख से व्याज वसूलना :कुछ लोन वाले ग्राहक को धनराशी वितरित किये जाने की वास्तविक तारीख के बजाये लोन लेने के समय पर या फिर लोन एग्रीमेंट पर हस्ताक्षर की तारीख पर भी व्याज बसून रहे थे
  • लोन का चेक देते समय की तारीख से प्यार बसू ला जात आहे चेक द्वारा वितरित लोन के लिए कुछ बँक की तारीख से व्याज बसून रहे थे भलेही चेक ग्राहक को कोई दिनो बाद मिला गया है इसके कारण ग्राहक को उस अवधी के लिए व्याज देना पडता था जब उनके पास धन तक पोहोचा नही था
  • पूरे महीने के लिए व्याज बसून ना कुछ लोंढारे को से पूरे महीने का व्याज वसुला जा रहा था भलेही लोन महीने के दौरान वितरित्या चुकाया गया हो इससे ग्राहक को उनके लोन पर अचूक शुल्क देना पडा
  • व्याज की गणना के लिए जादा emi की गणना करना : कुछ मामले मे बँक ने अग्रीमे एक या अधिक emi को एकत्रीत किया लेकिन फिर भी व्याज की गणना के लीये पुरी लोन की अमाउंट को भी गणना की गई इसका मतलब ग्राहक उस लोन का व्याज दे रहे थे जिसे उन्होने पहिले से ही चुका दिया था
  • आरबीआय के अनुसार ये प्रथा ये निष्पक्षता और पारदर्शिका को सिद्धांतोका उल्लंघन करती है और इस बात पर जोर दिया कि ये चिंता एक बँक से लिये महत्वपूर्ण है आरबीआय ने बँक को आदेश दिया है कि वे ग्राहक से अतिरिक्त व्याज और अतिरिक्त शुल्क वापस करे

आरबीआय द्वारा 29 एप्रिल 2024 को जारी अधिसूचना मे बँक ओर अन्य वित्तीय संस्था ओ द्वा रा कूच अनुचित प्रथा ओ की पहचान की गई

ET के एक रिपोर्ट के अनुसार इस मे सभी बँक को और फायनान्स और गैर बँकिंग वित्त कंपनी को अपने लोन संवितरण प्रथा ओ की गणना करने के तरीके और अन्य शुल्को की समीक्षा करने का निर्देश दिया है आरबीआय ने बँक को चेक आधारित संवितरण से ऑनलाइन लेन देन पर स्विच करने की भी सलादी है बँको और फायनान्स कंपनी को इन मुद्दो को हल करणे और आगे अनुचित प्रथम को रोकने के लिए अपने सिस्टीम को अपडेट करणे की system बदलाव करणे चाहिय

निष्पन्न लोन प्रताप के लिये आरबीआय की नही पहल

RBI New Rules For Loan 2024 बँक और कोई भी फायनान्स कंपनी ऑफ लोन धार को सरल स्पष्ट भाषा मे एक मुख्य तथ्य विवरण प्रदान करना होगा मानक प्रारूप से इस दस्तावेज मे व्याजदर एमाय और अन्य शुल्क जैसे प्रमुख लोन विवरण शामिल होंगे इसका उद्देश लोन अनुबंध पर हस्ताक्षर करने से पहले लोंढारको को शरतो को समझने मे मदत करना है बँक को यह पुष्टी करने के लिए लोनधार को से एक पावती भी प्राप्त करणे होगी की उन्होने के एफ एस को पडा और समज लिया है यह नियम एक ऑक्टोबर 2024 को सभी रिटेल्स और के लिए प्रभावी होगा

Leave a Comment